दो अक्तुबर प्रतिवर्ष हम तेरा जन्म मनाएंगे। दो अक्तुबर प्रतिवर्ष हम तेरा जन्म मनाएंगे।
नोबेल पुरस्कार प्राप्त करनेवाले, अकेलेे ऐसे भारतीय साहित्यकार नोबेल पुरस्कार प्राप्त करनेवाले, अकेलेे ऐसे भारतीय साहित्यकार
सत्य तो सत्य होता है, वह कभी बदलता नही है उसे असत्य की चादर तले दबा दिया जाता है और वह चद्दर उड़ न... सत्य तो सत्य होता है, वह कभी बदलता नही है उसे असत्य की चादर तले दबा दिया जाता ह...
पैसा सुख तो दे सकता है , आनंद कहाँ से लायेगा । बलिदानो से मिलने वाला, धन से न खरीदा जायेगा।... पैसा सुख तो दे सकता है , आनंद कहाँ से लायेगा । बलिदानो से मिलने वाला, ध...
बुद्धि, ज्ञान, कौशल्य, उन्हीं के पास ठहरता । कह 'बघेल' कविराय, तृप्तियां तन की, मन की बुद्धि, ज्ञान, कौशल्य, उन्हीं के पास ठहरता । कह 'बघेल' कविराय, तृप्तियां तन क...
आये खाली हाथ जाना खाली हाथ आये खाली हाथ जाना खाली हाथ